SMOG एक विक्राल समस्या
SMOG एक तरह का वायु प्रदूषण है जो visibility को घटाता है। smog दो शब्दों से मिलकर बना है, smoke+fog
Smog मतलब धुआँ और fog मतलब कोहरा यानि smog धुआँ और कोहरा का मिश्रण है। देहाती भाषा मे इसे कुहेशा भी कहते है।
हमारे देश मे smog सर्दियों में होता है लेकिन कुछ बड़े शहरों में ये समस्या हमेशा बनी रहती है। smog में ओजोन कण होते है जिसकी वजह से ये और खतरनाक हो जाता है। ओजोन एक रंगहीन, गंधहीन गैस है जब ये ऊपरी वायुमंडल में होती है तब तक तो ठीक है, तब वो सूर्य से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से हमारी रक्षा करती है लेकिन जब यह हमारे वायुमण्डल में आ जाती है तो हमारे लिए खतरनाक हो जाती है। smog में हानिकारक तत्व इतने छोटे होते है कि सास लेते समय ये हमारे शरीर में चले जाते हैं। और बाद में गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेते हैं।
smog आज बहुत बड़ी समस्या होती जा रही है। यह विशेषकर बच्चों में , दमा रोगियों में, बुढ़ापे मे बहुत नुकसानदेह है। इस समस्या से निपटने के लिए हमे अपने आस पास के प्रदूषण को खत्म करना होगा । हमे छोटी दूरी को तय करने के लिये साइकिल का इस्तेमाल करना होगा और सरकार को इसपर कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बहुत पहले से चेतावनी देते आ रहा है कि कार्बन मोनोऑक्साइड ,नाइट्रोजन, ओजोन , सल्फर डाइआक्साइड लोगो की सेहत के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है।
दिल्ली में इसकी पहल की गई थी जो odd even formula के नाम से बहुत चर्चा में थी इससे वायुप्रदूषण को कम करने की कोशिश की गई थी ।
इससे आज पूरा विश्व परेशान है ये गम्भीर समस्या होता जा रहा है अगर हम आज कोई पहल नही करेंगे तो कल ये बहुत विकराल रूप धारण कर लेगा फिर इसको रोकना नामुमकिन हो जायेगा ।
लोग पूछेंगे क्या चल रहा है तो लोग कहेंगे SMOG चल रहा है
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